Maha Navami 2025 महानवमी क्यों मनाई जाती है? | महा नवमी का महत्व और जानकारी
महानवमी क्या है?
महानवमी, नवरात्रि का नौवां और अंतिम दिन होता है। इस दिन माता दुर्गा के नवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मान्यता है कि महानवमी के दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर धर्म की स्थापना की थी। इसलिए इसे शक्ति और विजय का प्रतीक माना जाता है।
महानवमी क्यों मनाई जाती है?

- यह दिन मां दुर्गा की शक्ति, साहस और विजय को समर्पित है।
- भक्तजन इस दिन उपवास रखते हैं और कन्या पूजन करते हैं।
- माना जाता है कि महानवमी पर पूजा-पाठ करने से सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
Jagran Reports के अनुसार, Maha Navami 2025 पर मां दुर्गा की आराधना और कन्या पूजन का विशेष महत्व बताया गया है।
महा नवमी और दवा से जुड़ी जानकारी
कई लोग “महानदी दवा” या “महा नवमी दवा” शब्द का उल्लेख करते हैं, लेकिन वास्तव में यह कोई धार्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ स्थायी शब्द नहीं है। अधिकांश जगह पर लोग नौवीं तिथि पर देवी को नैवेद्य (भोग) अर्पित करते हैं जिसे प्रसाद स्वरूप दवा कहा जाता है। इसका अर्थ होता है – देवी के आशीर्वाद से बना पवित्र प्रसाद जो सेहत और मन की शांति के लिए लाभकारी माना जाता है।
रामनवमी और महानवमी में अंतर
- रामनवमी: यह दिन भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। चैत्र मास की नवमी तिथि को रामनवमी होती है।
- महानवमी: यह नवरात्रि का अंतिम दिन होता है और देवी दुर्गा के विजय की स्मृति में मनाया जाता है। आश्विन मास (शारदीय नवरात्रि) में महानवमी का विशेष महत्व होता है।





